Image

ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV)

भारत की स्थिति अभी बेहतर, लेकिन फिर भी भारत सरकार अलर्ट मोड पर ll
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) क्या है?
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक वायरस है, जो अक्सर सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है। यह ऊपरी सांस की नली में संक्रमण करता है, लेकिन कभी-कभी यह निमोनिया, अस्थमा का बढ़ना, या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) के रूप में भी आ सकता है। यह संक्रमण आमतौर पर सर्दियों और वसंत के शुरुआती महीनों में अधिक होता है। ज्यादातर लोग इसे 5 साल की उम्र से पहले ही एक बार झेल चुके होते हैं। हालांकि, इसे दोबारा भी हो सकता है, लेकिन पहली बार के बाद लक्षण हल्के होते हैं।

क्या यह सिर्फ सर्दी है?
हम ऐसा कह सकते हैं क्योंकि आमतौर पर यह वाइरस दूसरे रेस्पिरेट्री इनफेक्शन की तरह हर साल सर्दियों के मौसम में तेजी से फैलता है और जैसे ही सर्दियां खत्म होती हैंइसका पनपना बंद हो जाता है लेकिन इस बार चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन नेचिंता जताई है कि यह वाइरस पूरे साल प्रभावी रह सकता है पहली बार संक्रमण होने पर गंभीर बीमार होने की संभावना अधिक होती है, खासतौर पर छोटे बच्चों में। हालांकि, पहली बार के बाद शरीर को थोड़ी प्रतिरक्षा मिल जाती है, जिससे लक्षण हल्के हो जाते हैं।
65 साल से ज्यादा उम्र के लोग या जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, उन्हें भी गंभीर लक्षण हो सकते हैं।

ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस के लक्षण कौन-कौन से हैं:

  • खांसी
  • बुखार
  • नाक बंद या बहना
  • गले में खराश
  • सांस लेने में तकलीफ
  • सांस लेते समय घरघराहट 
  • शरीर पर दाने 

HMPV वायरस कैसे फैलता है?
यह वायरस सीधे संपर्क या संक्रमित सतहों को छूने से फैलता हैl उदाहरण:

  • खांसने और छींकने से l
  • हाथ मिलाने, गले लगाने या चूमने से l
  • दरवाजों के हैंडल, खिलौनों या फोन जैसी सतहों को छूने से l इसके लक्षण तीन से पांच दिनों में दिखने लगते हैंl

किन लोगों को अधिक जोखिम है?

  • 5 वर्ष से छोटे बच्चे (विशेषकर प्रीमैच्योर बच्चे) l
  • 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग l
  • कमजोर इम्यून सिस्टम  ( Immune System) वाले लोग l
  • अस्थमा या COPD के मरीज l

HMPV डिजीज का इलाज कैसे करें?

  • HMPV का कोई एंटीवायरल इलाज नहीं है।
  • हल्के लक्षणों का इलाज घर पर किया जा सकता है।
    • ज्यादा पानी पिएं।
    • बुखार और दर्द के लिए ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाएं लें।
  • गंभीर मामलों में अस्पताल में ऑक्सीजन थेरेपी या IV फ्लूड की जरूरत हो सकती है।

क्या क्याएंटीबायोटिक्स की जरूरत है?
नहीं। एचएमपीवी के इलाज के लिए एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं है क्योंकि एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया से लड़ती हैं, वायरस से नहीं।

HMPV से बचाव के तरीके:

अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं।

  • खांसते या छींकते समय अपनी कोहनी से मुंह ढकें।
  • बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें।
  • अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • बर्तन, खाना और कप साझा न करें।

डॉक्टर को कब दिखाएं?

  • अगर लक्षण 3 दिन से ज्यादा बिगड़ते हैं।
  • सांस लेने में कठिनाई हो।
  • त्वचा, होंठ या नाखून नीले पड़ जाएं।
  • अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने लगें।

सारांश:
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक आम वायरस है, जो सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है। ज्यादातर लोग इससे कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन छोटे बच्चे, 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह गंभीर हो सकता है। अगर आपको या आपके बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।पैनिक ना हो सतर्क रहे,बचाव ही इस वायरस से निपटने का सबसे अच्छा तरीका हैl भारत में फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है,परंतु फिर भी भारत सरकार इसे लेकर सतर्क हैl अभी हमारे यहां सिर्फ 11 मामले ही इस वायरस के सामने आए हैंl

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *